Bihar Cabinet में मकर संक्रांति के बाद कैबिनेट विस्तार की हलचल, बीजेपी और जेडीयू को मिल सकते हैं मंत्री पद
मकर संक्रांति के बाद बिहार में आमतौर पर कुछ नई राजनीतिक हलचलें देखने को मिलती हैं, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजनीतिक खेल की संभावनाओं को कम करते हुए अपने कैबिनेट का विस्तार करने का संकेत दिया है। अक्टूबर-नवंबर 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पटना के राजनीतिक गलियारों में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
बताया जा रहा है कि इस विस्तार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से चार नेताओं को मंत्री पद मिल सकता है, जबकि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के दो नेता भी मंत्री बन सकते हैं। वर्तमान में नीतीश कुमार की सरकार में 30 मंत्री हैं, और संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार छह और मंत्री बनाए जा सकते हैं।
चर्चाएं हैं कि नीतीश कुमार बीजेपी से संभावित मंत्रियों की सूची का इंतजार कर रहे हैं, जो खरमास के बाद उन्हें मिल सकती है। इस बीच, BJP प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को लेकर भी कुछ बातें हो रही हैं। वे ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के सिद्धांत के तहत राजस्व और भूमि सुधार मंत्री का पद छोड़कर संगठन का काम संभाल सकते हैं। दरअसल, बीजेपी में सांगठनिक चुनाव चल रहे हैं, और 18 जनवरी को जायसवाल पर्चा भरेंगे। 19 जनवरी को पटना में राज्य परिषद की बैठक में उनका औपचारिक निर्वाचन भी होगा।
इस विस्तार की प्रक्रिया से पहले बिहार की राजनीति में हलचल और भी तेज हो गई है, क्योंकि यह प्रदेश की आगामी विधानसभा चुनावों के लिहाज से महत्वपूर्ण हो सकता है।