नई दिल्ली, 7 जनवरी 2025: Tibet में 2025 में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। शनिवार को आए इस भूकंप के बाद से मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जो अब 126 तक पहुंच चुकी है। इस भूकंप में लगभग 200 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। तिब्बत के अधिकारियों और राहत कार्यकर्ताओं के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गई है। आइए जानते हैं इस भूकंप के बारे में 10 प्रमुख बिंदुओं में विस्तार से।
1. भूकंप की तीव्रता और केंद्र
7 जनवरी 2025 को तिब्बत में एक भूकंप आया, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.2 मापी गई। इसका केंद्र तिब्बत के ल्हासा से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित था। इस भूकंप के कारण कई इलाकों में इमारतें ढह गईं और सड़कें टूट गईं।
2. मृतकों की संख्या में वृद्धि
भूकंप के बाद मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक 126 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है, और यह संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि कई इलाके सुदूर और पहुंच से बाहर हैं।
3. 200 से अधिक घायल
भूकंप में 200 से अधिक लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। राहत कार्यकर्ताओं और चिकित्सकों द्वारा घायल लोगों को इलाज प्रदान किया जा रहा है। कई घायल लोग भूकंप से हुए मलबे में दब गए थे, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया।
4. ल्हासा और आसपास के इलाके प्रभावित
भूकंप का असर ल्हासा, शिगatse और निंगची जैसे प्रमुख शहरों में पड़ा। इन शहरों में भारी मलबा गिरने से सड़कें अवरुद्ध हो गईं हैं और कई भवनों के ढहने की खबरें आ रही हैं।
5. प्राकृतिक आपदा के कारण बिजली और पानी की आपूर्ति प्रभावित
भूकंप के बाद कई क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। प्रभावित इलाकों में अब तक बिजली की बहाली नहीं हो पाई है, जिससे राहत कार्य में कठिनाइयां आ रही हैं।
6. सेना और आपातकालीन सेवाएं राहत कार्य में जुटी
तिब्बत सरकार और सेना ने राहत और बचाव कार्यों के लिए विशेष दलों को भेजा है। आपातकालीन सेवाओं ने प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत काम शुरू कर दिया था, लेकिन अवरुद्ध रास्तों और बर्फबारी के कारण राहत कार्यों में देरी हो रही है।
7. भूकंप के कारण हुए विनाश की तस्वीरें सामने आईं
भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर विनाश की भयावह तस्वीरें सामने आईं, जिनमें टूटे हुए घर, सड़कें और बिल्डिंग के मलबे के ढेर दिखाई दे रहे हैं। कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को भी भारी नुकसान हुआ है।
8. पड़ोसी देशों की मदद
भारत, नेपाल, और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों ने तिब्बत को राहत देने के लिए सहायता भेजी है। नेपाल और भारत ने अपने बचाव दलों को तिब्बत भेजने का वादा किया है, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में जल्दी से जल्दी मदद पहुंच सके।
9. भूकंप के बाद विशेषज्ञों की चेतावनी
भूकंप के बाद भूवैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि तिब्बत में और भी आफ्टरशॉक्स (दूसरे भूकंप) आ सकते हैं, जो स्थिति को और जटिल बना सकते हैं। विशेषज्ञों ने प्रभावित क्षेत्रों में पूरी तरह से सतर्क रहने की सलाह दी है।
10. तिब्बत में भूकंप के इतिहास पर प्रकाश
तिब्बत में भूकंप एक सामान्य प्राकृतिक आपदा है, लेकिन 2025 का यह भूकंप सबसे शक्तिशाली में से एक माना जा रहा है। इससे पहले भी तिब्बत में भूकंप आते रहे हैं, लेकिन इस बार के भूकंप ने अधिक जान-माल की हानि की है।
तिब्बत में आए इस भूकंप ने लाखों लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है। राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं, लेकिन समस्या की गंभीरता को देखते हुए आने वाले दिनों में यह चुनौती और बढ़ सकती है। तिब्बत सरकार और पड़ोसी देशों की ओर से राहत कार्य जारी हैं और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे।