महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा में हैं।
चुनाव प्रचार और विवाद:
तावड़े ने महायुति (बीजेपी, शिवसेना, और एनसीपी का गठबंधन) की सफलता का दावा किया है, यह भविष्यवाणी करते हुए कि गठबंधन 160 सीटें जीत सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए फैसला चुनाव परिणाम के बाद लिया जाएगा। तावड़े ने संकेत दिया कि मुख्यमंत्री कोई नया चेहरा भी हो सकता है। हालांकि, उनकी इस टिप्पणी ने शिवसेना और एनसीपी के साथ बीजेपी के गठबंधन के भीतर संभावित असहमति को भी उजागर किया है।
विवादास्पद आरोप:
नालासोपारा में पैसे बांटने के आरोपों के चलते विनोद तावड़े के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी की कड़ी आलोचना की है। तावड़े ने आरोपों को साजिश बताते हुए जांच की मांग की है।
‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर बयान:
चुनाव प्रचार में जातिगत राजनीति और वोट बैंक के मुद्दे पर तावड़े ने प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन करते हुए कहा कि एकता में ही प्रगति संभव है। उन्होंने महायुति गठबंधन के सूक्ष्म प्रबंधन को प्रभावी बताया और पार्टी की जीत का भरोसा जताया।
विनोद तावड़े स्थानीय स्तर पर रणनीति:
Vinod Tawde ने स्वीकार किया कि इस बार का Maharashtra Elections स्थानीय मुद्दों और सूक्ष्म प्रबंधन पर आधारित है। उन्होंने यह भी कहा कि महायुति के सभी घटक दल अपने-अपने वोट बैंक के मुताबिक काम कर रहे हैं|
इन घटनाओं के बीच विनोद तावड़े की भूमिका भाजपा की चुनावी रणनीति के लिए महत्वपूर्ण बनी हुई है। अधिक जानकारी के लिए आप , , और पढ़ सकते हैं।